नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह की चुटकी, हनीमून पीरियड में बीत गया धामी सरकार का एक माह, काम के नाम पर दिखाए सिर्फ सब्जबाग
प्रीतम बोले विकास के नाम पर मुख्यमंत्रियों की अदला-बदली कर भाजपा ने किया है जनता को चलने का काम
देहरादून। चुनावी वर्ष में भाजपा आलाकमान द्वारा प्रदेश की जनता पर थोपे गए तीसरे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल को एक महीना पूरा हो चुका है। इस एक महीने के दौरान मुख्यमंत्री का प्रदर्शन अपने पूर्ववर्तियों की ही भांति निराशाजनक रहा है। मुख्यमंत्री बनने के बाद धामी जी ने ऐसा एक भी काम जनता के पक्ष में नहीं किया जिससे लगा हो की प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है।
भू-कानून और देवस्थानम बोर्ड जैसे अहम मुद्दों पर धामी जी ने जिस तरह का रवैया दिखाया है उससे स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश के सरोकारों को लेकर वे जरा भी गंभीर नहीं हैं। इसी तरह रोजगार के मुद्दे पर भी उन्होंने युवाओं को सब्जबाग दिखाने का काम किया है।
कोरोना संक्रमण बीच जब देश में तीसरी लहर की आहट है, लोग डरे हुए हैं, दूसरे राज्यों की सरकारें अपनी तैयारियां युद्ध स्तर पर कर रही हैं। वहीं उत्तराखंड सरकार अभी भी हनीमून पीरियड से बाहर नहीं आ पाई है। मुख्यमंत्री धामी जी अस्पतालों की व्यवस्था देखने के बजाय गुलदस्ते लेने में व्यस्त हैं, कार्यकर्ताओं के साथ फोटो खिंचवाने में व्यस्त हैं, दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाने में व्यस्त हैं। ऐसे में उनके कार्यकाल को निराशाजनक ना कहा जाए तो क्या कहा जाए ?
उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद भी स्वास्थ्य सेवाओं में कोई सुधार नहीं हुआ है। कोरोना के इस कठिन दौर में प्रदेश की स्व्यस्थ व्यवस्था भगवान भरोसे है। आज भी प्रदेश में स्पेशलिस्ट डाक्टरों के 600 से ज्यादा पद खाली हैं। आज भी लोगों को वैक्सीन नहीं मिल रही है। यानी मुख्यमंत्री बदलने के अलावा कुछ भी नहीं बदला है।
भाजपा ने इस प्रदेश की जनता के साथ मुख्यमंत्रियों की अदला-बदली कर जो छलावा किया, उसे प्रदेश की जनता भली-भांति समझ चुकी है और तय कर चुकी है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाया जाएगा।