देहरादून। अब अगर आपके आस-पास के इलाके में कहीं भूकंप आया तो मोबाइल पर आपको इसकी जानकारी मिल जाएगी। आईआईटी रूड़की के वैज्ञानिकों की टीम ने उत्तराखंड भूकंप अलर्ट एप बनाया है जो 5.5 तीव्रता (इंटेंसिटी) का भूकंप आने पर अलर्ट करेगा।
उत्तराखंड में भूकंप आने पर मौजूदा समय में 71 सायरन और 165 सेंसर लगे है। देश में पहली बार ऐसा मोबाइल एप उत्तराखंड में बनाया गया है जो भूकंप आने से 20 सेकंड पहले न सिर्फ चेतावनी देगा। बल्कि भूकंप आने के बाद फंसे लोगों की भी लोकेशन बताएगा। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, उत्तराखंड सरकार और आईआईटी रुड़की की टीम के द्वारा उत्तराखंड भूकंप अलर्ट एप बनाया गया है। आईआईटी रुड़की इस पर पिछले चार साल से काम कर रहा था। उत्तराखंड भूकंप अलर्ट एप मोबाइल पर डाउनलोड कर के कोई भी व्यक्ति रजिस्ट्रेशन कर सकता है। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि भूकंप आने से जान-माल के नुकसान को कम किया जा सकेगा।
आईआईटी रूड़की के प्रोफेसर कमल बताते हैं कि यह एप भूकंप के बारे में एप वॉइस अलर्टनेस देगा। यह 5.5 इंटेंसिटी का भूकंप आने पर एक्टिवेट होगा। तकरीबन छह करोड़ रुपये की लागत से बने इस एप से भूकंप प्रभावित क्षेत्र में फंसे व्यक्ति की भी लोकेशन मिल सकेगी। 500 मीटर तक के इलाके में रह रहे लोगों को 5.5 तीव्रता का भूकंप आने पर एक्टिवेट होते ही काम करेगा।
आईआईटी रुड़की के स्कॉलर गोविंद राठौर बताते हैं कि टीम ने चार साल की मेहनत के बाद इसे तैयार किया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में समय-समय पर भूकंप आते रहते हैं। ऐसे में उम्मीद है कि इस एप के माध्यम से लोगों को अपनी सुरक्षा करने में काफी सहूलियत होगी।