देहरादून: अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़, 10 बाइक के साथ 4 अपराधी गिरफ्तार
देहरादून। देहरादून के डोईवाला पुलिस ने शातिर अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। साथ ही पुलिस ने 10 मोटरसाइकिल के साथ गिरोह से जुड़े चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। दरअलस, 12 अगस्त को कोतवाली इलाके के रेशम माजरी में रहने वाले सचिन ने खुद की मोटर साइकिल चोरी होने की तहरीर दी थी। जिसपर कोतवाली डोईवाला में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के लिए अलग- अलग टीमों का गठन किया गया था। इसके बाद पुलिस टीमों द्वारा घटना के सफल अनावरण के लिए आने- जाने वाले रूटों और घटना स्थल के आसपास संभावित सीसीटीवी चेक किये गए।
साथ ही साथ पूर्व में वाहन चोरी में जेल गए कई पुराने वाहन चोरों से पूछताछ की गई। जिसके बाद मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने मुरादाबाद के एक वाहन चोर गिरोह के देहरादून और हरिद्वार में सक्रिय होने की बात सामने आई। वहीं, सूचना मिली कि गिरोह के तीन सदस्य 2 मोटर साइकिल से जौलीग्रांट से मुख्य हाइवे की ओर आने वाले हैं। इसके बाद पुलिस ने चेकिंग शुरू की और तीनों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान सभी बदमाशों से पूछताछ की गई। इसके बाद आरोपियों से पुलिस को चोरी की गयी मोटरसाइकिल बरामद हुयी। जिसपर पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर बिरला यामहा खंडहरनुमा फैक्ट्री के अन्दर से चौथे अपराधी नकुल को गिरफ्तार किया। तथा 8 अन्य मोटरसाइकि बरामद की गईं।
आपराधिक कुंडली भी पुलिस खंगाल रही है
वहीं, पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि हम लोग उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के विभिन्न शहरों में घूमते रहते हैं। रात के समय घरों व दुकानों के बाहर खड़ी मोटरसाइकिलों का लॉक आसानी तोड़कर चुरा लिया करते हैं। फिर चोरी किए गए वाहनों को किसी सुनसान स्थान में छुपा देते हैं। यदि चुराई गई बाइक अच्छे दामों पर बिक जाती है तो उसे बेच देते हैं और यदि अच्छे दाम नहीं मिलते हैं तो उसके पार्टस निकालकर बेच देते थे। चोरों का कहना है कि यदि चुराई हुई गाड़ी के अन्दर कागजात मिल जाते थे तो वह आसानी से अच्छे दामों पर बिक जाती थी। चोरी का यह काम हम लोग काफी समय से कर रहे हैं। वहीं, मामले में पत्रकार वार्ता कर एसएसपी योगेंद्र रावत का कहना है कि सभी आरोपियों से पूछताछ चल रही है। साथ ही इनकी आपराधिक कुंडली भी पुलिस खंगाल रही है।