12500 करोड़ में तैयार होगी फिल्म सिटी, DPR पर योगी सरकार की मुहर
हिमांशु शुक्ला
नोएडा। यमुना अथॉरिटी क्षेत्र में प्रस्तावित फिल्म सिटी के लिए सीबीआरई की तरफ से बनाई गई डीपीआर पर योगी सरकार ने मुहर लगा दी है। 1 हज़ार एकड़ में फ़िल्म सिटी बसाई जाएगी। फिल्म सिटी की लागत पर करीब 5500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। वहीं, 7 हज़ार करोड़ रुपये जमीन पर खर्च हो सकते हैं। इस तरह कुल 12500 करोड़ रुपये की लागत से फिल्म सिटी बनकर तैयार होगी। सीईओ यमुना अथॉरिटी डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि फिल्म सिटी 3 फेज़ में बसाई जाएगी। फ़िल्म सिटी का पहला फेज़ 376 एकड़ में बनकर तैयार होगा।
यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने फिल्म सिटी की DPR और फाइनेंसियल मॉडल पर मुहर लगा दी है। इसके बाद CBRE कंसलटेंट कंपनी बिड डॉक्यूमेंट तैयार करेगी। कंपनी को 3 हफ्ते का वक़्त दिया गया है, जिसमें बिड डॉक्यूमेंट और कन्सेशन एग्रीमेंट तैयार करना होगा। बिड डॉक्यूमेंट और कंसेशन एग्रीमेंट तैयार होने के बाद दुबारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्रस्तुत किया जाएगा। अप्रूवल के बाद ग्लोबल बिडिंग होगी। ग्लोबल बिडिंग की समय अवधि 2 महीने की होगी।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी फिल्म सिटी
स्टूडियो, रिटेल मॉल, फ़िल्म इंस्टिट्यूट, इंफ्रास्ट्रक्चर, होटल-रेस्तरां, बैकलॉट सेट, एम्यूजमेंट पार्क, आवासीय मकान, ऑफिस, बैकलॉट वर्कशॉप, बैकलॉट ओपन एरिया और विला बनाए जाएंगे। हाईटेक सुविधाओं से लैस फिल्म सिटी में तकरीबन 5,500 करोड़ का खर्च आएगा। सीईओ यमुना अथॉरिटी ने बताया कि साल 2024 तक प्रोजेक्ट को कम्पलीट करने का लक्ष्य रखा गया है।
ने निर्णय लिया है कि पहले फेज़ में फिल्म सिटी का निर्माण हो न कि कमर्शियल विला और अन्य चीचों का। पहले फिल्म से जुड़ी गतिविधियों को संचालित किया जाए। बाद में उससे जुड़ी अन्य गतिविधियां शुरू हों।
यह रहेगा रेवेन्यू मॉडल
यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि फिल्म सिटी को हाइब्रिड मॉडल पर विकसित किया गया है। इसके तहत फिक्स्ड रेवन्यू का हर साल 5 फीसद ग्रोथ रहेगा। रेवन्यू जनरेट होने पर उसमें प्रीमियम या रेवेन्यू शेयर जो ज़्यादा होगा वो अथॉरिटी को मिलेगा। प्रोजेक्ट की कॉस्ट 30-40 वर्ष में लागत निकलेगी। कंसेशन पीरियड भी 40 वर्ष से ज़्यादा का रहेगा।