उत्तराखंड

कोविड-19 जांच घोटाले की न्यायिक जांच के आदेश नहीं दिए तो करेंगे प्रदर्शन: उत्तराखंड कांग्रेस

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अगर उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश की अध्यक्षता में इस घोटाले की जांच के आदेश नहीं दिए गए तो कांग्रेस राज्यव्यापी प्रदर्शन करेगी।

देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस ने शनिवार को धमकी दी कि अगर उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान कथित फर्जी कोविड-19 जांच घोटाले की छानबीन नहीं कराई गई तो पार्टी विरोध प्रदर्शन शुरू करेगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अगर उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश की अध्यक्षता में इस घोटाले की जांच के आदेश नहीं दिए गए तो कांग्रेस राज्यव्यापी प्रदर्शन करेगी और इसकी शुरुआत 25 जून को हरिद्वार में गंगा नदी के किनारे अनशन से होगी।’’ सिंह ने कहा, ‘‘ यह भाजपा का पाप है जो खुद को सनातन हिंदू धर्म के सरंक्षक के रूप में पेश करती है। यह घोटाला इस सरकार के तहत कोविड जैसी महामारी के समय हुआ।’’

प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि यह केवल घोटाला नहीं है जिसमें वित्तीय अनियमितता हुई बल्कि इसमें जन स्वास्थ्य के प्रति भी घोर उपेक्षा दिखाई गई। सिंह ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और उनके पूर्ववर्ती त्रिवेंद्र सिंह रावत के बीच घोटाले को लेकर जारी कथित ‘आरोप-प्रत्यारोप’ की भी आलोचना की। गौरतलब है कि भाजपा नीत राज्य सरकार पहले ही इस कथित घोटाले की जांच विशेष जांच दल से कराने का आदेश दे चुकी है।

ज्यादातर नंबर भी गलत सामने आ रहे हैं

बता दें कि कल ही खबर सामने आई थी कि उत्तराखंड में कोविड टेस्ट घोटाले का मामला सामने आने के बाद अब इसकी जांच में सही और गलत टेस्टिंग का पता लगाना कुंभ मेला प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर बना हुआ है। मेला स्वास्थ्य विभाग में इंपैनल्ड 11 टेस्टिंग लैब ने कुल ढाई लाख कोविड टेस्ट किए थे। दो लैबों के काम में गड़बड़ी पाए जाने के बाद सभी लैब द्वारा किए गए कोविड टेस्ट को वेरीफाई किया जा रहा है। जांच को लेकर मेला स्वास्थ्य विभाग की ओर से 4 कर्मचारियों को काम पर लगाए जाने के बाद कही जा रही है, लेकिन न्यूज़ 18 की टीम ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया तो जांच कमेटी के एक ही सदस्य लोगों को फोन करते नजर आए। इस दौरान लोगों से बात करने में अलग-अलग बातें सामने आ रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि वे हरिद्वार कुंभ मेले में नहीं आए थे तो कुछ लोग कह रहे हैं कि वे जीवन में कभी हरिद्वार ही नहीं गए। लिस्ट में दिए गए ज्यादातर नंबर भी गलत सामने आ रहे हैं।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *