सीएम के चेहरे पर बोले प्रीतम, क्या मेरा चेहरा बुरा है…? कांग्रेस आलाकमान ने चुनाव में कोई चेहरा घोषित नहीं किया, सत्ता में आने पर विधायक चुनेंगे अपना नेता
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा के नवनियुक्त नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सोमवार को सुबह 11 बजे विधानसभा भवन में विधिवत रूप से पदभार ग्रहण कर लिया है। कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता रहीं डॉ. इंदिरा हृदयेश का 13 जून 2021 को निधन हो गया था, तब से नेता प्रतिपक्ष का पद रिक्त चल रहा था। अब इस पद की जिम्मेदारी प्रीतम सिंह को दी गई है। प्रदेश अध्यक्ष रहते प्रीतम सिंह ने जनता के मुद्दें की लड़ाई सड़क पर लड़ी। अब वे प्रतिपक्ष के नेता के रूप में विधानसभा में भी जन हित के मुद्दों को जोर शोर से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व में आने वाले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करेगी।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का कार्यभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने चुनाव में कोई चेहरा घोषित नहीं किया है। आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी। सत्ता में आने पर विधायक ही दल का नेता चुनेंगे। पत्रकारों के पूछने पर उन्होंने कहा कि अगर लोगों को चेहरा ही चाहिए तो मेरा चेहरा क्या बुरा है? उत्तराखंड के नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने सोमवार को कार्यभार संभाला है। बता दें कि डॉ. इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद से यह पद रिक्त चल रहा था।