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पीएम मोदी ने जीडीपी के मानवीय नजरिए को लोगों के सामने रखा : अमित शाह

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों को सबसे आगे रखते हुए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के मानवीय नजरिए को लोगों के सामने रखा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को डिलीवरिंग डेमोक्रेसी , सरकार के प्रमुख के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दशक विषय पर रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी के तत्वाधान में तीन-दिवसीय राष्ट्रीय गोष्ठी का उद्घाटन किया। सम्मेलन में एक व्याख्यान देते हुए, शाह ने कहा कि जीडीपी बढऩी चाहिए, लेकिन इसका लाभार्थी गरीब और जरूरतमंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के सुधार हमेशा गरीबों की जरूरतों पर आधारित रहे हैं।

मोदी को आजादी के बाद सबसे अच्छा प्रधानमंत्री बताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि गरीबों के लिए घर पहले भी बनते थे, लेकिन मोदी ने नीति का पैमाना बदल दिया है। शाह ने कहा, दो करोड़ लोगों को घर भी मुहैया कराया गया है और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि 15 अगस्त 2022 तक हर गरीब के पास घर होगा।
उन्होंने कहा कि शौचालयों ने पूरे देश में महिलाओं को सशक्त बनाया है और हर घर में पानी उपलब्ध कराने से सभी भारतीयों के स्वास्थ्य में और सुधार होगा।

मोदी के कृषि सुधारों की ओर इशारा करते हुए शाह ने कहा कि पिछली सरकारों ने कर्जमाफी का रास्ता चुना लेकिन मोदीजी के नेतृत्व में 6,000 रुपये किसानों के खातों में जमा किए गए, जिससे उन्हें लागत का भुगतान करने में मदद मिली, क्योंकि यहां 60 फीसदी सीमांत किसान हैं और यह राशि उनकी कृषि गतिविधियों की इनपुट लागत के लिए पर्याप्त है।

यह इंगित करते हुए कि प्रधानमंत्री ने शासन सुधार किए हैं, शाह ने कहा कि 2014 से मोदी जी का कार्यकाल शुरू हुआ और देश में हर क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन हुआ है। शाह ने कहा कि शासन, सुधार, सुशासन जैसे शब्द किसी देश की समस्याओं को समाप्त नहीं कर सकते। देश की समस्या सिर्फ प्रशासन, आर्थिक विकास नहीं है, बल्कि देश के गौरव को भी संभालना है, देश की संस्कृति को भी आगे बढ़ाना है, देश की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करना है।
उन्होंने कहा, एक अलग प्रकार के ²ष्टिकोण की जरूरत होती है और वो एक जननेता में ही होता है, जो जमीन से ऊपर उठा है। आर्थिक सुधार तो हो सकता है लेकिन उसका केंद्र बिंदु देश का गरीब से गरीब व्यक्ति होना चाहिए।

शाह ने कहा कि साथ ही मोदी सरकार ने वन रैंक वन पेंशन का संवेदनशील फैसला लिया। उन्होंने कहा कि जो माइनस 45 से 45 डिग्री तापमान में देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं उनके परिवार को सुरक्षित करना इस राज्य, सरकार और शासन की जिम्मेदारी है। सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का भी फैसला लिया है।
गृह मंत्री ने कहा कि 2019 में मोदी सरकार दोबारा आई और 5 अगस्त 2019 को धारा 370 और 35ए को समाप्त करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि सबको साथ लेकर और पूरे देश में बिना किसी दंगा फसाद के श्रीराम जन्मभूमि के निर्माण का फैसला हो गया और आज मंदिर निर्माण का काम चालू है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि मोदी जी ने विश्व पटल पर भारतीय संस्कृति का अग्रदूत बनकर योग दिवस के लिए 177 देशों की सहमति लेकर आज हमारे योग और आयुर्वेद को दुनिया भर में पहुंचाने का काम किया है।

शाह ने उज्जवला योजना, हर घर में स्वच्छ पेयजल, देश भर के गांवों का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण, सात करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य कार्ड का भी जिक्र किया। गृह मंत्री ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश ने हाल ही में 100 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा छू लिया है।
शाह ने कहा, सभी क्षेत्रों में नई चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, प्रधान मंत्री एक अलग ड्रोन नीति, अंतरिक्ष नीति लाए और कृषि के लिए एक एकीकृत नीति में हरी, नीली और सफेद क्रांतियों को मिला दिया।

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