‘सुपर-300 अभियान‘ के लिए ललित जोशी सम्मानित
सीआईएमएस और यूआईएचएमटी संस्थान के चेयरमैन हैं एडवोकेट ललित जोशी
विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन ने किया सम्मानित
देहरादून। स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत प्रमुख संस्था विचार एक नई सोच ने शनिवार को सीएमआईएस के चेयरमैन ललित जोशी का नागरिक अभिनंदन किया। संस्था ने चेयरमैन ललित जोशी द्वारा चलाए जा रहे सुपर-300 अभियान के लिए उनकी सराहना की। चेयरमैन जोशी अपने संस्थान में हर साल 300 बच्चों को निशुल्क पढ़ाने का बीड़ा उठाए हुए हैं। विचार एक नई सोच संस्था के सचिव राकेश बिजलवाण ने कहा कि एडवोकेट ललित जोशी निस्वार्थ और सामाजिक दायित्व की भावना से यह काम कर रहे हैं, वह एक मिसाल है।
विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को सीआईएमएस संस्थान पहुंचा। संस्था ने इस मौके पर चेयरमैन ललित जोशी का एक स्मृति चिन्ह, शाल और बुके देकर सम्मानित किया। संस्था के सदस्यों ने चेयरमैन ललित जोशी के शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। सचिव राकेश बिजलवाण ने कहा कि सीआईएमएस का यह प्रयास उत्तराखंड के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। 300 बच्चों को निशुल्क उच्च शिक्षा देना एक क्रांतिकारी कार्य है। उन्होंने इसके लिए चेयरमैन ललित जोशी का आभार जताया।
इस मौके पर चेयरमैन ललित जोशी ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सुपर 300 मिशन एजुकेशन स्कीम चलाई जा रही है, जिसमें प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर किसी भी वर्ग के योग्य 300 छात्र-छात्राओं को निशुल्क उच्च शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा प्रदान की जा रही है। पिछले वर्ष संस्थान ने 146 छात्रों को निशुल्क शिक्षा दी गयी है। इस साल 300 बच्चों को शिक्षा देने का लक्ष्य रखा गया है। उनके अनुसार शिक्षा से महज एक मनुष्य का जीवन ही नहीं संवरता, बल्कि परिवार, समाज और देश का जीवन भी संवरता है। उनका लक्ष्य है कि प्रदेश के हर बच्चे को उच्च शिक्षा मिले ताकि उसका सर्वांगीण विकास हो सके।
यह बता दें कि जहां एक ओर देहरादून के उच्च शिक्षा संस्थान हजारों रुपये प्रति सेमेस्टर फीस लेकर युवाओं को बीबीए, बीसीए, बीएससी-आइटी, एमएससी की पढ़ाई करवा रहे हैं, वहीं सीएमआईएस और यूआईएचएमटी संस्थान में गरीब, निर्धन, कोरोनाकाल में अपने स्वजन को खोने वाले विद्यार्थियों को बिना ट्यूशन फीस लिए पढ़ रहा है। संस्थान में राज्य आंदोलनकारियों, आपदा पीड़ित छात्र-छात्राओं, कोविड महामारी में अनाथ हुए बच्चों, लोक कलाकार एवं रंगकर्मियों, देश के लिए बलिदान हुए जवानों के बच्चों को लगभग निशुल्क उच्च शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने दी जा रही है। संस्था के वरिष्ठ सदस्य अमित अमोली और घनश्याम जोशी ने चेयरमैन ललित जोशी द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान ‘नशे को न, जिन्दगी को हां‘ की सराहना की।
गौरतलब है कि सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी सजग इंडिया के माध्यम से विगत 15 से अधिक वर्षों से नशा उन्मूलन को लेकर प्रयासरत हैं, 2005 में हल्द्वानी से उन्होंने इस अभियान शुरूआत की थी, और अब तक लाखों युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक कर चुके हैं। युवा संवाद कार्यक्रम के जरिए वह 1500 से अधिक स्कूलों में 7 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं से सीधा संवाद कर चुके हैं। जनवरी 2023 में भी उन्होंने प्रदेश भर के सभी जनपदों में 50 से अधिक स्कूलों में छात्र-छात्राओं से सीधा संवाद कर किया और 40 हजार से अधिक युवाओं को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई।इस मौके पर विचार एक नई सोच संगठन के अमित अमोली, घनश्याम चन्द्र जोशी, अवधेश नौटियाल, रमन जयसवाल, शिव राज राणा, हरीश कंडवाल, आदि प्रमुख लोग मौजूद थे।
सत्र 2023-24 में इन कोर्सों में दिया जाएगा प्रवेश बीबीए, बीसीए, बीएससी.आईटी, बी.ए. ऑनर्स इन मॉस कम्युनिकेशन, बी. लिब, बीएचएम, डीएचएम, बी.एससी. मेडिकल माइक्रोबॉयोलाजी, बी.एस.सी. आप्टोमैट्री, बी.एस.सी.ओटी., बीएमआरआईटी, बीपीटी,बीएमएलटी, बीएससी (पीसीएम/जेडबीसी) बीए, बीकॉम, बी. कॉम ऑनर्स, डिप्लोमा इन योगा, पीजी डिप्लोमा इन यौगिक साइंस, पीजी डिप्लोमा इन फिटनेस एंड स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, पीजी डिप्लोमा इन बिजनेस अकाउंटिंग एंड टैक्सएशन, पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, पीजी डिप्लोमा इन वाटर सैनिटाइजेशन एंड हाईजिन।