अल्मोड़ा: पहली बारिश में दर्जनभर से अधिक सड़कें बंद, सैकड़ों गांवों में बिजली गुल
अल्मोड़ा आपदा अधिकारी राकेश जोशी का कहना है कि जहां भी सड़क बंद होने की सूचना आ रही है, आपदा की टीमें मौके पर जाकर पेड़ों को काट रही हैं और जेसीबी मशीनों द्वारा सड़कों को खोला जा रहा है। अभी स्थिती सामान्य है। जो भी सड़के बंद हैं, उन्हें जल्दी खोल दिया जाएगा।
अल्मोड़ा। जिले में मानसून की पहली बारिश से ही जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। जिले में आधा दर्जन ग्रामीण सड़कें बंद हो गई हैं। कई जगहों पर पेड़ गिरने से बिजली विभाग को नुकसान हुआ है और दर्जनों गांवों में बिजली गुल है। बागेश्वर के आपदा अधिकारी शिखा का कहना है कि शामा से लीती-गोगिना- कीमू तक मुख्य लाइन के ऊपर पेड़ गिर गया है जिससे दो दर्जन गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई है। एक दर्जन सड़के बंद हो गई हैं जिन्हें खोलने के लिए जेसीबी मशीनें काम कर रही हैं। लगातार बारिश होने से काम करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। फिर भी कोशिश की जा रही है कि जल्दी ही सड़कों को खोला जाय और बिजली बहाल की जाय।
अल्मोड़ा आपदा अधिकारी राकेश जोशी का कहना है कि जहां भी सड़क बंद होने की सूचना आ रही है, आपदा की टीमें मौके पर जाकर पेड़ों को काट रही हैं और जेसीबी मशीनों द्वारा सड़कों को खोला जा रहा है। अभी स्थिती सामान्य है। जो भी सड़के बंद हैं, उन्हें जल्दी खोल दिया जाएगा। एनडीआरएफ की टीम भी अल्मोड़ा पहुच गई है। किसी भी गंभीर स्थिती से निपटने के लिए जिला प्रशासन को मदद मिलेगी।
स्थानीय निवासी कविन्द्र पंत ने कहा कि रानीधारा रोड़ लंबे समय से खस्ताहाल होने के सूचना विभाग को दे दी थी लेकिन विभाग द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। कई स्थानों पर दीवार गिर गई है जिससे बड़े वाहनों के लिए तो सड़क को बंद कर दिया है और दोपहिया वाहनों के लिए खोला है। अगर पहले ही सड़क को दुरुस्त कर दिया जाता तो इस तरह की दिक्कतें नहीं आती।