राज्यपाल ने की पलायन किए लोगों से वापसी की अपील की
नई टिहरी। रैबार एक नए उत्तराखण्ड का कार्यक्रम-2021 का आयोजन गंगा रिसोर्ट मुनि की रेती में किया गया। इस अवसर पर उत्तराखण्ड के महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल सिंह ने जनरल विपिन रावत व उनकी धर्मपत्नी मधुलिका के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। अपने सम्बोधन में कहा कि मैं उनके साथ आर्मी में रहा हूं। और मैंने उन्हें बहुत करीब से देखा व जाना है। वे उत्तराखण्ड के सच्चे और अच्छे योद्धा थे। उनको खोना उत्तराखण्ड ही नहीं अपितु पूरे राष्ट्र के लिए अपूर्ण क्षति है। कहा कि सीडीएस रावत की सोच और विजन हटकर था। उन्होंने भारतीय सेना के जवानों को हमेशा मनोबल बढ़ाया। उत्तराखण्ड सैनिकों की भूमि है । यहां के लगभग हर घर में टोपी और बेल्ट मिलेगी जो गौरव का विषय है। उन्होंने उत्तराखण्ड से हो रहे पलायन पर चिंता जाहिर की तथा लोगों से रैबार कार्यक्रम के माध्यम से घर वापसी की अपील की। कहा कि पहाड़ में स्वयंसहायता समूहों के माध्यम से आत्मनिर्भरता अच्छा वर्क है। जिसे उन्होंने टिहरी व पौड़ी के भ्रमण के दौरान देखा।
सीडीएस स्व0 बिपिन रावत के परिजन सत्यपाल सिंह को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि जो हमारे गांव बार्डर क्षेत्र में है। वहां से होने वाला पलायन चिंता का विषय है जो कि देश की सीमाओं के लिए ठीक नहीं है। प्रदेश सरकार पलायन रोकने के उपायों पर तेजी से काम कर रही है। स्टालों का भी राज्यपाल व कृषि मंत्री ने निरीक्षण किया। इस अवसर पर प्रमुख एनटीआरओ अनिल धस्माना, महानिदेशक भारतीय अंतरिक्ष संघ अनिल भट्ट, सदस्य एनडीएमए राजेन्द्र सिंह, निदेशक एचडीआरआई डा मनमोहन सिंह चौहान, पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार, डीएम आशीष श्रीवास्तव, प्रेमचन्द्र शर्मा, प्रिंसिपल नेहरू पर्वतारोहण संस्थान कर्नल अमित बिष्ट आदि मौजूद रहे।