उत्तराखंड भाजपा में भूचाल, एक और विधायक ने उठाया चुनाव में भितरघात का मुद्दा, फिर मचा हड़कंप
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा का चुनाव निपट जाने के बाद अब सत्तारूढ़ भाजपा के प्रत्याशियों के तीखे तेवर सामने आ रहे हैं। लक्सर के विधायक संजय गुप्ता ने प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पर अपने चुनाव में हार की साजिश रचने का आरोप लगाकर सनसनी पैदा कर दी। कुमाऊं मंडल से पार्टी के दो और विधायकों ने चुनाव में भितरघात का आरोप लगाया है। आरोप लगाने वालों में पहले पार्टी विधायक कैलाश गहतोड़ी है। वहीं अब यमनोत्री से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले केदार सिंह रावत ने भितरघात का आरोप लगाया है। मामले में प्रदेश भाजपा लक्सर विधानसभा क्षेत्र के पार्टी विधायक संजय गुप्ता का जवाब तलब करने की बात कही थी।
वहीं अब भाजपा के एक और विधायक ने चुनाव में भितरघात का मुद्दा उठाया, जिसके बाद पार्टी में हड़कंप मच गया है। यमनोत्री से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले केदार सिंह रावत ने भितरघात का मुद्दा उठाया है। उन्होंने चुनाव में जीत का दावा किया था। अब उनका कहना है कि भितरघात से जीत के अंतर में आएगी कमी।
गहतोड़ी और चीमा ने भी लगाए भितरघात के आरोप
बनबसा/काशीपुर में मतदान के बाद चंपावत से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े विधायक कैलाश गहतोड़ी ने भितरघात होने की बात कही है। उन्होंने संगठन के कुछ लोगों पर भाजपा के बजाय अन्य दलों के प्रत्याशियों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस संबंध में प्रमाण के साथ पार्टी नेतृत्व में शिकायत दर्ज कराने की भी बात कही है। उधर, काशीपुर विधायक हरभजन सिंह चीमा ने भी भितरघात की बात कही है। उन्होंने कहा कि काशीपुर में मतदान घटने का एक कारण कुछ भाजपा के गद्दारों का दुष्प्रचार रहा। चीमा ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता ये आरोप लगाए थे। हालांकि चीमा ने दुष्प्रचार करने वालों के नाम नहीं बताए। इतना कहा कि पार्टी हाईकमान उनके नाम जानती है। कहा कि जिन्होंने भी भितरघात किया है, उनके विषय में पार्टी हाईकमान को पता है।
कुछ दिन पहले भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भितरघात की शिकायतों से उठे विवाद पर प्रदेश संगठन से रिपोर्ट तलब की है। प्रदेश महामंत्री संगठन से इस संबंध में पूरा ब्योरा देने को कहा गया है। वहीं चुनाव लड़े सभी प्रत्याशियों को हिदायत दी गई है कि वे किसी भी तरह की शिकायत केवल पार्टी फोरम पर करेंगे। सभी को मीडिया में बयानबाजी न करने की हिदायत दी गई है।