भाजपा के उत्तराखण्ड चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी बोले 60 पार के लक्ष्य पर केंद्रित कर जुट जाएं विधानसभा प्रभारी
देहरादून। भाजपा के उत्तराखण्ड के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विधानसभा प्रभारियों के साथ आयोजित बैठक में विधानसभा चुनाव-2022 में ‘ साठ पार’ के लक्ष्य पर केंद्रित करते हुए जुटने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा प्रभारी मोदी सरकार के साथ ही राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को जन जन तक पहुचाये।
चुनाव की दृष्टि हर बूथ को मजबूत करना जरूरी है और इसी रणनीति के जरिए भाजपा दोबारा सत्ता में आएगी। श्री जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता से विपक्ष बौखला गया है। विपक्षी दल लगातार सरकार के खिलाफ नकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश कर रहे है। इसलिए चुनाव प्रभारियों को कोरोना महामारी के साथ ही उन्हें विपक्ष की राजनीतिक महामारी से भी बचना है।
विपक्षियों पर वार करते हुए कहा कि भाजपा की नीतियों के चलते 1 लाख से अधिक फर्जी एनजीओ बंद हुए, पांच करोड़ से अधिक नकली राशन कार्ड पकड़े गए। इससे बौखलाया विपक्ष लोगों का हिमायती बनकर भाजपा का विरोध कर दुष्प्रचार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पन्ना प्रमुख संपर्क अभियान के तहत सभी से मिलकर प्रधानमंत्री मोदी के 7 वर्षों की विकास की धारा जिसका विश्व भी अनुसरण कर रहा है को जश्न जन तक पहुचाने के कार्य योजना बनानी चाहिए। । आज भारत की इकोनामी बहुत तेजी से सुधर रही है जिससे देखने में आया है कि गरीब के जीवन में सुधार आया है और केंद्र और राज्य सरकार देश को सशक्त करने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं। भारत विश्व में कोयला संग्रह में चौथा स्थान रखता है। यूपीए सरकार की गलत नीतियों के कारण सभी कोयले की खदानों को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिए थे जिससे देश में चल रहे और प्लांट खतरे में आ गए थे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने कोयला खदानों की व्होरी को रोक है। साथ जोशी ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़, झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में जंहा अन्य दलो की सरकार हैं वहां आज भी खादान चोरी हो रहा है इन राज्यों में कोयला चोरी का धंधा बन गया है।
प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में आतंकवादी गतिविधियां पूरे देश में चरम पर थी और हर 15 दिन में एक आतंकवादी गतिविधि देखने को मिलती थी। जीवन के महत्व को कांग्रेसी सरकार ने खतरे में डाल दिया था। पिछले 7 साल में सभी खतरों को नेस्तनाबूद कर दिया है, इससे राष्ट्र का गौरव बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि 70 विधानसभाओं में नियुक्त विधानसभा प्रभारी क्षेत्र में कठिनाइयों का हल करने का माध्यम बनेंगे। । समाज के भीतर तक राष्ट्रवाद की अलख जगाकर सभी समाज में सामंजस्य स्थापित करने का कार्य विधानसभा प्रभारी करेंगे। विधानसभा प्रभारियों का कार्य ही 2022 की विजय तय करेगा है। अटल जी की सरकार में उत्तराखंड का निर्माण हुआ और सरकार जाने के बाद 10 साल के कालखंड में कॉन्ग्रेस सरकार राज्य को निचले स्तर पर ले आयी । भाजपा सरकार आने से राज्य तेजी से विकास हुआ जनता फिर से भाजपा को समर्थन देगी।
बैठक में पहुंचे भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी ने विस्तारकों से सिलसिलेवार विधानसभा क्षेत्र की जानकारी हासिल की.। इसके साथ ही हर विधानसभा में किस तरह से भाजपा को मजबूत करना है, इसके बारे में टिप्स दिए।
उनहोंने सभी विधानसभा प्रभारियों से कहा कि भाजपा का ढांचा बूथ लेवल पर है। पन्ना प्रमुख की स्थाई नियुक्ति चुनाव की दृष्टि से जल्द से जल्द कर संगठन के ढांचा को बूथ स्तर तक मजबूत करना चाहिए। एक-एक पन्ना प्रमुख नीचे तक कार्य करें। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में 60 से अधिक सीटों पर जीत का खाका तैयार करके चलना है। उन्होंने कहा कि विपक्षी कहीं हैं ही नहीं, भाजपा का कार्यकर्ता सत्ता में रहने के बाद केन्द्र और प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के साथ जनता के बीच रहता है। कोरोना काल में जहां भाजपा जनता के बीच थी तो कांग्रेस सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी क्षेत्र में कहीं भी दिखाई नहीं दिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि चुनाव प्रभारियों के कंधों पर 60 बार का लक्ष्य है। राजनीतिक मैनेजमेंट का उत्तरदायित्व वह बखूबी निभाएंगे यह हमेशा से देखने को मिला है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विश्व उनके कार्य शैली का कायल है। प्रतिपक्ष वाले भी हमारे विकास कार्यों की सराहना करते हुए दिखते हैं।
इस अवसर पर प्रदेश चुनाव सह प्रभारी सरदार आरपी सिंह, लॉकेट चटर्जी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक महामंत्री संग़ठन अजेय जी, प्रदेश महामंत्री ल राजेंद्र भंडारी, कुलदीप कुमार, सुरेश भट्ट सहित सभी विधानसभाओं के विधानसभा प्रभारी उपस्थित रहे।