भारत बायोटेक के टीके को सितंबर मध्य तक WHO से मिल सकती है मंजूरी
जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि ‘भारत बायोटेक’ द्वारा भारत में बने कोविड-19 रोधी टीके को आपातकालीन मंजूरी देने पर अगले महीने निर्णय लिया जा सकता है। इस टीके को अभी तक किसी पश्चिमी देश की नियामक संस्था द्वारा मंजूरी नहीं मिली है। डब्ल्यूएचओ की ‘टीके के लिए सहायक महानिदेशक’ डॉ मरियंगेला सिमाओ ने कहा कि भारत बायोटेक के टीके के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी की समीक्षा “थोड़ी बेहतर” है और उम्मीद है कि सितंबर मध्य तक अधिकारी किसी नतीजे पर पहुंच जाएंगे।
इस टीके पर कुछ अध्ययन प्रकाशित हुए हैं। भारत के किसी अनुसंधानकर्ता ने टीके पर कोई उन्नत शोध प्रकाशित नहीं किया है। इस टीके को भारत में इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। भारत के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह टीका 78 प्रतिशत तक प्रभावी है।
शुरू हो चुकी है वैक्सीन की समीक्षा प्रक्रिया
भारत बायोटेक ने बीती जुलाई में जानकारी दी थी कि कंपनी ने इमरजेंसी यूज लिस्टिंग में कोवैक्सीन को शामिल कराने के लिए सभी जरूरी दस्तावेज जमा कर दिए हैं। कंपनी ने कहा था कि वैक्सीन की समीक्षा प्रक्रिया शुरू हो गयी है और ‘संभावना है कि कोवैक्सीन को डब्ल्यूएचओ से जल्द से जल्द से ईयूएल मिल सकता है।’
दरअसल, EUL एक लाइसेंस होता है, जिसे डब्ल्यूएचओ से प्राप्त करने के बाद कंपनी सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट से प्रभावित लोगों को वैक्सीन उपलब्ध करा सकती है।
.
.