चेन्नई l रोहित शर्मा के बारे में ये बात मशहूर है कि वो जब भी शतक बनाते हैं बड़ा शतक बनाते हैं. इस टेस्ट मैच में भी ये बात सच साबित हुई. रोहित शर्मा 161 रन बनाकर आउट हुए. चेन्नई टेस्ट के पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद भारतीय टीम (Indian Team) के कुल स्कोर 300 के आधे से ज्यादा रन अकेले रोहित शर्मा के हैं. ये अलग बात है कि 161 रन पर रोहित शर्मा जब आउट हुए तो वो बहुत गुस्से में थे. ये गुस्सा उनका खुद को लेकर ही था. वो जिस शॉट पर आउट हुए उसकी उम्मीद उन्हें खुद से नहीं थी.
ऐसा लग रहा था कि रोहित शर्मा अब दोहरे शतक से पहले रूकने वाले नहीं हैं, जब उन्होंने जैक लीच (Jack Leach) की गेंद पर मोईन अली (Moeen Ali) को कैच थमा दिया. इससे पहले मुश्किल विकेट पर रोहित शर्मा ने जिस रणनीति से बल्लेबाजी की उसमें इंग्लिश टीम के लिए करारा जवाब था. भारतीय पिचों पर इंग्लिश टीम के बल्लेबाज जमकर स्वीप शॉट लगाते हैं. रोहित शर्मा ने यही रणनीति इंग्लिश गेंदबाजों के खिलाफ अपनाई.
रोहित ने जमकर लगाए स्वीप शॉट
चिदंबरम स्टेडियम में हो रहे लगातार दूसरे टेस्ट के पहले दिन रोहित शर्मा ने तेज गेंदबाजों के साथ साथ स्पिनर्स को भी बखूबी खेला. पारी की शुरूआत में गेंद की लाइन को समझकर उन्होंने सीधे बल्ले से शॉट्स लगाए. जो रूट (Joe Root) ने स्पिन गेंदबाजों को जल्दी ही मोर्चे पर लगाया. जैक लीच जब गेंदबाजी कर रहे थे तो पिच पर उड़ती धूल को रोहित शर्मा ने ताड़ लिया. उन्हें समझ आ गया कि टप्पा खाने के बाद उनकी गेंद पर स्वीप शॉट खेलना ठीक रहेगा. रोहित शर्मा ने ‘पैडल स्वीप’ भी खेला.
किसी भी खिलाड़ी की बड़ी पारी में कुछ ‘प्रोडक्टिव’ शॉट्स होते हैं, जिससे वो सबसे ज्यादा रन बनाता है. रोहित के इस शतक का ‘प्रोडक्टिव शॉट’ स्वीप ही था, जिससे उन्होंने रन बटोरे. ये अंग्रेज बल्लेबाजों के लिए संदेश था कि भारतीय पिच पर जिस तरह से स्वीप शॉट के दम पर वो रन बटोरते हैं वो कला भारतीय बल्लेबाजों को भी आती है.
कई मायनों में खास है रोहित का शतक
रोहित का ये शतक कई मायनों में खास था. साल 2021 में किसी भारतीय बल्लेबाज का ये पहला शतक है. दिलचस्प बात ये भी है कि इस टेस्ट के लिए पचास फीसदी दर्शकों को इजाजत दी गई थी. यानी रोहित शर्मा के शतक पर तालियां बजाने के लिए दर्शक मौजूद थे. दरअसल रोहित शर्मा को ऑस्ट्रेलिया में भी शुरूआत तो मिल रही थी लेकिन वो बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे थे. सिडनी टेस्ट में उन्होंने 52 रन बनाए थे. ब्रिसबेन टेस्ट में भी उन्होंने 44 रन बनाए थे. लेकिन इन दोनों ही टेस्ट मैच में वो अपनी पारी को शतक में तब्दील नहीं कर पाए. ये गलती उन्होंने चेन्नई टेस्ट में नहीं की.
इससे पहले रोहित शर्मा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था. उससे पहले भी उनका बड़ा शतक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ही था. विशाखापत्तनम में खेले गए उस टेस्ट मैच की दोनों पारियों में रोहित शर्मा ने शतक लगाया था. इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा चेन्नई टेस्ट मैच में पिच जिस तरह का बर्ताव कर रही है उसमें रोहित शर्मा का ये शतक मैच की दिशा तय करेगा.