सुनील कुमार की रिपोर्ट
उत्तरकाशी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जल्द ही अपने मंत्रीमंडल का विस्तार करने वाले हैं। त्रिवेंद्र मंत्रीमंडल में गंगोत्री के विधायक गोपाल रावत को जगह मिलनी लगभग तय मानी जा रही है।
उत्तराखंड राज्य विधानसभा के चुनाव में अब डेढ़ वर्ष से भी कम का समय बचा है। अपने साढ़े तीन वर्ष के कार्यकाल में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीमित मंत्रीमंडल के साथ काम किया है। पर पिछले दिनों मीडिया में दिए एक साक्षात्कार में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा था कि अब मैं विभागों का बोझ कम करने वाला हूं। चुनाव के समय व्यस्तता ज्यादा होने के कारण मैं जनता के काम प्रभावित न हो इसलिए जरूरत है कि मंत्रीमंडल का विस्तार किया जाए। हाल ही में उन्होंने कई बार संकेत दिए है कि जल्द ही प्रदेश में मंत्रीमंडल का विस्तार किया जाए। वहीं बीजेपी के बड़े पदाधिकारियों का मानना है कि अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में त्रिवेंद्र सरकार अपने मंत्रीमंडल का विस्तार कर सकती है। इन पदाधिकारियों का माने तो त्रिवेंद्र मंत्रीमंडल में चौकाने वाले नाम शामिल होंगे।
भाजपा से जुड़े एक बड़े पदाधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि त्रिवेंद्र मंत्रीमंडल में सीमांत जिले उत्तरकाशी को प्रतिनिधित्व देने की तैयारी में है। इन पदाधिकारी की माने तो पिछले काफी समय से सीमांत गांव को प्रतिनिधित्व नहीं मिला है ऐसे में उत्तरकाशी के विकास के लिए यह आवश्यक है कि उसे मंत्रीमंडल में स्थान दिया जाना चाहिए।
क्षेत्रीय जनता के बीच अच्छी छवि
गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत की क्षेत्रीय जनता के बीच साफ सुथरी और सहयोगात्मक छवि है। इसके साथ ही उन्हें स्थानीय स्तर पर जमीनी नेता माना जाता है। अपने कार्यकाल के दौरान क्षेत्र के विकास के लिए उन्होंने काफी काम किया है। उनके कार्यकाल के दौरान कई बड़े काम उत्तरकाशी जिले में संचालित हुए है। उनके प्रयास से ही हाल ही में उत्तरकाशी जिले को वाइल्ड लाइफ संरक्षण के लिए सौगात मिली है। स्नो लेपर्ड (हिम तेंदुए) के लिए देश का पहले संरक्षण केंद्र गंगोत्री धाम के नजदीकी भैरोघाटी (लंका) में बनाने को स्वीकृति मिली थी। इसके अलावा उनकी स्वच्छ छवि और जनता के बीच बढ़ा जनाधार को लेकर बीजेपी के बड़े पदाधिकारियों का मानना है कि ऐसे में अगर गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत को त्रिवेंद्र मंत्रीमंडल में स्थान दिया जाता है तो क्षेत्र की जनता के बीच एक सकारात्मक संदेश जाएगा।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से आशीष कुमार ध्यानी के नेतृत्व में और उनके मार्गदर्शक मंडल के सहयोग से उत्तर भारत लाइव की खबरें एसएमएस के माध्यम से लोगों को उपलब्ध कराई जाती थी। जिसमें राज्यों के साथ ही तात्कालिक समाचारों का समावेश ज्यादा किया जाता था।