अल्मोड़ा l भाजपा विधायक महेश नेगी की मुश्किलें इस दिनों कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पीड़िता महिला ने इंसाफ पाने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। महिला अपनी बच्ची और घर के लोगों के साथ हाईकोर्ट के चौखट पर पहुंची और विधायक की पत्नी द्वार दर्ज कराई गई एफआईआर को खारिज करने और महेश नेगी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। महिला बेटी के साथ हाईकोर्ट पहुंची और इंसाफ की गुहार लगाई. जानकारी मिली है कि हाईकोर्ट में इस मामले में मंगलवार को सुनवाई होगी। एकलपीठ ने पीड़िता व विधायक के बीच हुए व्हाट्सएप चैट को कोर्ट में पेश करने को कहा है। शनिवार को न्यायाधीश न्यायमूर्ति रविन्द्र मैठाणी की एकलपीठ में पीड़िता की याचिका पर सुनवाई हुई।
आपको बता दें कि पीड़िता व उसके दो अन्य सगे लोगों ने याचिका दायर कर उनके खिलाफ देहरादून के नेहरू काॅलोनी थाने में नौ अगस्त को दर्ज एफआईआर को निरस्त करने व अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की है । याचिकर्ताओं का कहना है कि देहरादून पुलिस ने उनकी शिकायत तो दर्ज नहीं कि लेकिन दबाब में आकर विधायक की पत्नी द्वारा दी गयी शिकायती पत्र पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
वहीं बता दें कि विधायक की पत्नी ने तहरीर देते हुए कहा कि अपनी समस्याओं कोलेकर अक्सर कई लोग उनके घर आते रहते हैं। विधायक की पत्नी ने महिला का चाल चलन ठीक न होने का आरोप लगाया है। कहा कि इस कारण उसने महिला के अपने घर में आने पर रोक लगाई थी। विधायक की पत्नी ने आरोप लगाया है कि महिला ने भागकर शादी की और उसका अपने पति के साथ कोर्ट में केश रहा है। आरोप लगाया है कि वो पहले भी कइयों को फंसा चुकी है और उसका चाल चलन ठीक नहीं है। आरोप लगाया कि पीड़िता ने उन्हें फोन कर कहा था कि वो महेश के बच्चे की माँ है। साथ ही ब्लैकमेल कर उनसे पांच करोड़ रुपये की मांग की। नहीं देने पर महेश नेगी को उसका राजनीतिक करियर बर्बाद करने की भी धमकी दी है। वहीं महिला ने डीएनए टेस्ट की मांग की है।